नादिया सुलेमन
एक अविवाहित , बेरोज़गार , और माता पिता पर निर्भर युवती को उनके 8 और बच्चों के जन्म पर बधाई।इस युग में जहाँ एक ओर जीवनयापन कठिन से कठिनतम होता जा रहा है वहाँ पहले से ही ६ बच्चों की माँ का और ८ बच्चों को जन्म देने पर हैरानी होना स्वाभाविक है।
इन सभी १४ बच्चों की ज्ञिम्मेदारी कितने मज़बूत कन्धों पर है, ये स्पष्ट है। अनुमान लगाया जा सकता है की इन बच्चों को जिंदगी से ही नहीं बल्कि जिंदगी के लिए भी कितना संघर्ष करना पड़ेगा।
प्रश्न यहीं उठता है की पहले से ही ६ मासूमों का भरण - पोषण करने में असमर्थ माँ का अपनी इच्छा से (कृत्रिम गर्भधारण द्वारा) और ८ मासूमों की जिंदगी दांव पे लगाना कहाँ तक उचित है।
उन नवजातों के भविष्य से ये कैसा खिलवाड़ है जो अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी लोगों पर निर्भर है।
जिनके लालन- पालन हेतु आर्थिक और अन्य मदद के लिए तमाम मीडिया में गुहार लगाई जा रही है।
सिवाय सुर्खियों में आने और विश्व रिकॉर्ड बनने के अलावा इतने गैर ज्ञिम्मेदाराना और स्वार्थी कदम के पीछे जो भी कारण हो वो इन मासूमों की जिंदगी और बेहतर भविष्य से बड़ा तो नहीं हो सकता।
sahi kaha..
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ReplyDeleteKya baat hai didi aap to lekhak ban gaye!!gud gud..keep it up!!
ReplyDeleteIts nice
ReplyDeletereally nice
.......tune copy to nahi kiya hain na ksisi se
gud work.. aur kab likhegi.. waitin 4r d nxt 1..
ReplyDeletevery good work dii.....aise hi likhte raho....
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